Wednesday, March 26, 2014

वक़्त

है बड़ी अजब गज़ब वक़्त की टेड़ी सी चाल,
दे जाते है घाव कुछ है वक़्त के तीख़े सवाल,
अनुभवी कहलाये नज़र, है वक़्त का ही ये कमाल,
रिश्तों का करम कभी है वक़्त दे जाता मलाल,
रंग न्यारे से अलहदा है वक़्त के बेमिसाल,
रिश्ते नाते प्यार वफ़ा, वक़्त करे पल में हलाल,
खुशबुएँ ख़ुदा की सदा सी, वक्त का ही कर्मो जमाल,
भर दामन में खुशियाँ, वक़्त ही कर देता निहाल,
दिखा ही देता है आईना, वक़्त गुदड़ी का सा लाल,
है कभी अपनों सा अपना, वक़्त कभी भ्रमों का जाल,
हो नज़र जब इसकी कुछ टेड़ी, वक़्त करे जीना मुहाल,
है बड़ी अजब गज़ब वक़्त की टेड़ी सी चाल
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